मंगलवार, 10 अगस्त 2010

RAIPUR TUDAY

रायपुर में १२ अगस्त को क़ुइएन्स बैटन रैली निकलने वाली है पुरे शहर मे जबर्दस्त उत्साह है शहर की जनता पलक फावड़े बिझाये बैठी है परन्तु एक और जहा हम १५ अगस्त को स्वंत्रता दिवस मनाएंगे वही दूसरी और १२ अगस्त को गुलामी का प्रतीक इंग्लैंड की महारानी क़ुईन एलिजाबेथ के सन्देश लिखी बैटन हम इस लिए लेकर  दोडेंगे की आज भी हम ब्रिटेन की महारानी के अधीन है, कामनवेल्थ खेल वास्तव मे पहले जब हम गुलाम थे उस समय महारानी को खुश करने के लिए इंग्लैंड के अधीन जितने भी राष्ट्र थे उन सभी के बिच खेल हुवा करते थे लेकिन आज हम आजाद है फिर महारानी के अधीन ऐसे खेलो के आयोजन का क्या ओचित्य है

1 टिप्पणी:

  1. कश्मीर में अभी पिछले दिनों मुस्लिम कट्टरपंथियों ने सिक्खों के खिलाफ फतवा जारी करते हुए कहा की या तो वे कश्मीर की आजादी में हमारे साथ मिलकर आन्दोलन में शामिल होवे या फिर कश्मीर छोड़कर कही और चले जाये! बड़े दुःख का विषय है की आज अपने ही देश में रहने के लिए हमें कट्टरपंथियों का मोहताज होना पड़ रहा है आजादी के समय हमारे तथाकथित नेतायो ने अपनी स्वार्थ सिध्ही के लिए जो बिज बोया उस फसल को एक दिन बड़ा तो होना ही था! पहले कश्मीर से हिन्दू ब्राह्मणों को भगाया गया जो की आज भी देल्ली में आज भी सर्नार्थी बनकर केम्पो में रह रहे है ! अब उस पराक्रमी कौम जिसने मुगलों से लोहा लिया था, हिन्दू ब्रह्मणों की रक्झा के लिए गुरु तेगबहादुर ने दिल्ली के चादनी चौक में अपना शीश अर्पण कर दिया था आजादी और १९७१ के युद्ध में जिस कौम ने अपनी क़ुरबानी और सहादत में सभी को पीछे छोड़ दिया था उस कौम से आज उसी देश में कहा जा रहा है की तुम हिंदुस्तान के उस हिस्से में नहीं रह सकते जिस हिस्से की रक्छा के लिए तुम्हारे गुरुओ ने सहादत दी है

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